Std 9 Sanskrit ch :- 1 swadhyay solution :
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Q - 1. अधोलिखितना प्रश्ननाम् उतराणि लिखत |
(1) कम् पुरोहितम् ईडे ?
उत्तर :- अग्नि पुरोहितम् ईडे |
(2) यज्ञास्थ देव: क: अस्ति?
उत्तर :- यज्ञास्थ देव:अग्नि अस्ति |
(3) अहं किं चरिष्यामि ?
उत्तर :- अहं अनृतात् सत्यं प्रति गमनाय व्रतं चरिष्यामि |
(4) दिव्यै: सत्वै: के स्तुवन्ति ?
उत्तर :- ब्रह्मा, वरुण, इन्द्र, रुद्र, मरुत, च दिव्यै : सत्वै: स्तुवन्ति |
(5) वथं कं शरणं व्रजाम : ?
उत्तर :- वथं निरलम्बम् ईश: शरणं व्रजामः |
Q - 2. प्रकोष्ठात् उचितं पदं चित्वा वाक्यपुर्ति कुरुत |
(1) अहं ___________ रत्नघातम् ई ले |
उत्तर :- अग्निंम्
(2) इदम अहम ________ उपैमि |
उत्तर :- सत्यम्
(3) योगिन: _________ पश्यन्ति |
उत्तर :- मनसा
(4) सुरासुरगणा: देवस्य _________ न विदु: |
उत्तर :- अन्तम्
(5) वयं त्वां जगत्सा क्षिरुपं ________ |
उत्तर :- भजाम
Q - 3. प्रकोश्ठ्गतम् पद प्रयुज्य अधोलिखितानि वाक्यानि प्रश्नार्थस्वरूपे परिवर्तयत |
(1) देवाय नम: |(कस्मै )
उत्तर :- कस्मै नम: |
(2) साड्ग - पद - क्रमोपनिषदै: वेदै: सामगा: गायन्ति |
उत्तर :- के वेदै: सामगा: गायन्ति |
(3) योगिन: देवं पश्यन्ति |
उत्तर :- योगिन: कम् पश्यन्ति |
Q - 4. अधोलिखितानां प्रश्नानाम् मात्रुभाशायाम् उत्तराणि लिखत |
(1) અગ્નિદેવની કઈ કઈ વિશેષતાઓ મંત્રમાં વર્ણવી છે?
उत्तर :- અગ્નિદેવ યજ્ઞના પુરોહિત છે. યજ્ઞ કરાવનાર બ્રાહ્મણ છે. દિવ્ય પ્રકાશ વાળા છે. હોમ-હવન કરનાર છે. તથા રત્નોને ધારણ કરનાર છે.
(2) અગ્નિથી કયું વ્રત લેવામાં આવ્યું છે?
उत्तर :- અગ્નિથી અસત્યના માર્ગથી સત્યના માર્ગ પર જવાનું વ્રત લેવામાં આવ્યું છે.
(3) યોગીઓ કોના દર્શન કરે છે? કેવી રીતે ?
उत्तर :- યોગીઓ ધ્યાનથી અવસ્થાને પ્રાપ્ત થયેલા મન વડે દિવ્ય રૂપ ધારી પરમેશ્વરનાં દર્શન કરે છે.
(4) ફક્ત જેના શરણમાં જાય છે, તે દેવતત્વ કેવું છે?
उत्तर :- ભક્ત જેના શરણમાં જાય છે, તે દેવતત્વ ભયજનક પરિસ્થિતિમાં ભયરૂપ છે, ભયાનક પરિસ્થિતિમાં ભયાનક છે, પ્રાણીમાત્રની ગતિ છે, પવિત્ર વસ્તુઓ માં પાવન છે. ઉચ્ચ પદો નું એકમાત્ર નિયંત્રક છે. ઉત્તમમાં ઉત્તમ અને રક્ષકોમાં રક્ષક છે.
Q - 5. श्लोक्पुर्ति कुरुत |
(1) अग्निमीळे ..................... रत्नधातमम् ||
उत्तर :- अग्निमीळे पुरोहितं यज्ञस्यं देवमृत्विजम् |
होतांर रत्नधातमम् ||
(2) नम: शंभवाय ................ शिवतराय च ||
उत्तर :- नम: शंभवाय च मयोभवाय च नम: शड्कराय च
मयस्कराय च नम: शिवाय च शिवतराय च ||
(3) वयं त्वां स्मरामो ................ व्रजाम ||
उत्तर :- वयं त्वां स्मरामो वयं त्वां भजामो
वयं त्वां जगत्साक्षिरुपं नमाम: |
सदेकं निधानं निरालम्बमिशम्
भवाम्भोधिपोतं शरण्यं व्रजाम ||
Q - 6. क-विभागं ख-विभागेन सह यथार्थरीत्या संयोजयत |
क ख
1) अग्निम् (1) नम:
2) शिवाय (2) पुरोहितम्
3) दिव्यै : (3) न विदु:
4) अन्तम् (4) प्राणीनाम्
5) सामगा: (5) स्तवै :
6) गति: (6) गायन्ति
(7) ब्रह्मा
उत्तर :-
(1 - 2)
(2 - 1)
(3 - 5)
(4 - 3)
(5 - 6)
(6 - 4)